वेदों को ‘अपौरुषेय’ इस लिए कहा जाता है क्योंकी मान्यता के अनुसार इनकी रचना देवताओं द्वारा की गई है। हिन्दू धर्म में वेदों के सन्दर्भ में अपौरुषेयतावाद वह मत है जो मानती है कि वेद 'अपौरुषेय' हैं अर्थात् वेदों को किसी ने नहीं रचा है - न तो मनुष्य ने और न ही किसी दैवी शक्ति ने। वेदों को 'अपौरुषेय शब्द' से भी कहते हैं।