कण्व वंश का अन्तिम शासक सुशर्मा था। कण्व वंश या 'काण्व वंश' या 'काण्वायन वंश' (लगभग 73 ई. पू. पूर्व से 28 ई. पू.) शुंग वंश के बाद मगध का शासनकर्ता वंश था। इस वंश वासुदेव ने की थी। वासुदेव शुंग वंश के अन्तिम राजा देवभूति का ब्राह्मण अमात्य था। अन्तिम शुंग राजा देवभूति के विरुद्ध षड़यंत्र कर अमात्य वासुदेव ने मगध के राजसिंहासन पर अधिकार कर लिया।