सोलंकी वंश के भीम प्रथम शासक के शासन काल में महमूद गजनवी ने सोमनाथ मंदिर पर आक्रमण किया था। गुजरात के शक्तिशाली शासकों में भीम प्रथम ने कलचुरी नरेश कर्ण के साथ मिलकर धारा के परमार वंशी भोज के विरुद्ध एक संघ तैयार किया, जिसने भोज को पराजित किया। जैन ग्रन्थों से ज्ञात होता है कि उसने कर्ण को भी पराजित किया था। महमूद ग़ज़नवी के सोमनाथ मंदिर ध्वस्त कर चले जाने के पश्चात् भी उसने मन्दिर का पुननिर्माण करवाया।