रेग्यूलेटिंग एक्ट की खामियों को दूर करने के लिए 1784 में पिट्स इण्डिया एक्ट पारित किया गया। इस एक्ट के तहत ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को पहली बार ब्रिटिश सरकार के नियंत्रण में लाया गया था। पिट्स इंडिया एक्ट का नाम इंग्लैंड के प्रधान मंत्री विलियम पिट, द यंगर के नाम पर रखा गया था।