दीवान-ए-कोही की स्थापना मुहम्मद तुगलक ने की थी। मुहम्मद बिन तुगलक एक अग्रगामी सोच वाला शासक था जिसने सल्तनत काल के विकास के लिए जहां एक तरफ कई नये प्रयोग किये, वहीं प्रचलित पद्धतियों में भी आमूत-चूल सुधार किये। इन्हीं सुधारों में से एक था दीवाने-कोही की स्थापना। इस संस्था की स्थापना के पीछे मुख्य उद्देश्य राज्य की सहायता से कृषि योग्य भूमि क विकास एवम् विस्तार करना था।