चोल शासक शैव धर्म के अनुयायी थे। चोल राजाओं के समय में तमिल प्रदेश में शैव तथा वैष्णव धर्मों का बोलबाला था। शैव नायनारों तथा वैष्णव आचार्यों ने इन धर्मों के प्रचार-प्रसार के लिए व्यापक आंदोलन चलाया। इनमें भी शैव धर्म अधिक लोकप्रिय था। चोल वंश के अधिकांश शासक उत्साही शैव थे, जिन्होंने भगवान शिव के अनेक मंदिरों का निर्माण करवाया था।.