महमूद गजनवी का दरबारी इतिहासकार उत्बी था। जिन्होंने गजनवी के समस्त आक्रमणों को जेहाद बताया है। फिरदौसी भी इन्हीं के समय में थे, जिन्होंने शाहनामा की रचना की, जिसे फारसी भाषा का महाभारत कहा जाता है। हसन निजामी ऐबक के दरबारी कवि थे और ऐबक ने इन्हें वजीर का पद दिया था। चंदरबरदाई पृथ्वीराज चौहान के दरबारी कवि थे।