" 1857 का विद्रोह एक राष्ट्रीय विद्रोह था, क्योंकि इसका स्वरूप राष्ट्रीय था।” यह उक्ति अशोक मेहता की है। अशोक मेहता भारत के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञों में से एक थे। ये समाजवादी नेता, सांसद तथा विचारक थे। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भी अशोक मेहता का योगदान था। देश की आज़ादी के बाद इनकी अध्यक्षता में 'प्रजा सोशलिस्ट पार्टी' का गठन हुआ था।
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