वेदों के पुनरुत्थान का श्रेय स्वामी दयानंद सरस्वती को जाता है। आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती का प्रसिद्ध नारा था — वेदों की ओर लौटो। महर्षि स्वामी दयानन्द सरस्वती आधुनिक भारत के महान चिन्तक, समाज-सुधारक व देशभक्त थे। वे एक संन्यासी तथा एक महान चिंतक थे। उन्होंने वेदों का भाष्य किया इसलिए उन्हें ऋषि कहा जाता है क्योंकि "ऋषयो मन्त्र दृष्टारः वेदमन्त्रों के अर्थ का दृष्टा ऋषि होता है।