कोल, भील, गोंड, बेगा, मुरिया आदि जनजातियों का निवास मध्य प्रदेश मे है। इसके अलावा खैरवार, कोरवा, धानुक, सौर, बिंझवार जनजातियां भी मध्यप्रदेश में निवासरत हैं। इन जनजातियों की अपनी एक विशिष्ट कला—संस्कृति और परंपराएं हैं जिसने मध्यप्रदेश को देश—विदेश में अपनी एक अनूठी पहचान दिलाई है। इनमें चित्रकला, मिट्टी शिल्प, धातु शिल्प, काष्ठ शिल्प, कंघी कला, बांस शिल्प, छीपा शिल्प आदि प्रमुख हैं।