संगतकार जैसे व्यक्ति संगीत के अलावा बड़े-बड़े नेताओं, अभिनेताओं, संतों-महात्माओं के साथ भी इसी प्रकार सहयोग करते हैं। नेताओं के इर्द-गिर्द रहने वाले सभी सहायक उपनेता अपने बड़े नेता के महत्त्व को बढ़ाने में लगे रहते हैं। आम कार्यकर्ता, झंडे लगाने वाले, नारे लगाने वाले कार्यकर्ता संगतकार की भूमिका ही निभाते हैं। संतों-महात्माओं के आने से पहले उनकी महिमा का गुणगान करने वाले भक्त और उनके जाने के बाद उनका प्रचार करने वाले भक्त भी संगतकार के समान होते हैं।