नागरिक इसलिए व्यस्त हैं क्योंकि उनको विजय के भाव प्रदर्शित करते हुए विजयी सेना एवं शासक का स्वागत करना है । तथा इस उत्सव के लिए उन्हें नाना प्रकार की तैयारियां करनी हैं । नागरिकों की यह व्यस्तता जायज नहीं कही जा सकती क्योंकि उन्हें वास्तविक स्थिति का ज्ञान ही नहीं है । उनकी व्यस्तता जायज नहीं है क्योंकि उन्हें यह पता ही नहीं है |