आज देश को आजादी मिल गई है किन्तु इस गणतंत्र देश में जनता कराह रही है। भ्रष्टाचार है जहाँ जनता का कोई काम नहीं निकलता बिना रिश्वत दिए । सरकारी दफ्तरों में, बैंकों में हर जगह यदि टिकट लेना है तो वहाँ भी रिश्वत के बिना जनता का काम नहीं होता। हर प्रकार के अन्याय बढ़ता जा रहा है और जनता दबी जा रही है। शिक्षा संस्थाएँ भ्रष्ट हो रही है। हजारों नौजवानों का भविष्य अंधेरे में पड़ा हुआ है । जीवन नष्ट हो रहा है और गुलामी की शिक्षा दी जा रही है शिक्षा पाकर लोग दर-दर भटक रहे हैं नौकरी के लिए, फिर भी बिना रिश्वत दिए कहीं नौकरी नहीं मिल पाती ।