उत्तर प्रदेश में रबी मौसम में सरसों की उपज की जाती है | सरसों का रबी की तिलहनी फसली में एक प्रमुख स्थान है, सरसों की खेती सीमित सिंचाई की दशा में भी अधिक लाभदायक फसल है, सरसों की फसल के लिए उन्नत विधियाँ अपनाने से उत्पादन एवं उत्पादकता में बहुत ही वृद्धि होती है। सिंचित क्षेत्रों में सरसों की फसल की बुवाई के लिए 5 से 6 किलोग्राम बीज प्रति हैक्टर के दर से प्रयोग करना चाहिए।