10 साल बाद । जनगणना ही देश के समग्र विकास का सूचकांक या आईना है तथा भविष्य की विकास योजनाओं की प्राथमिकता तय करने का आधार है भारत में 1872ई में लार्ड मेयो के कार्यकाल में पहली बार जनगणना हुई थी।1881ई में लार्ड रिपन के समय से प्रत्येक 10वर्ष के अंतराल पर जनगणना का कर्मवार आकलन शुरू हुआ।2011की जनगणना भारत की 15वीं जनगणना थी।यह स्वतंत्र भारत की सातवीं तथा 21वीं सदी की दूसरी जनगणना थी।