1982-83 में श्रीलंका के खिलाफ खेले जाने वाले मैचों के लिए सेलेक्टर्स ने चौंकाते हुए कपिल देव को भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया. कपिल देव ने इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाया, जिसके चलते उन्हें 1983 विश्व कप के लिए भी भारतीय टीम का कप्तान बनाए रखा गया.
कप्तानी को लेकर कपिल देव कहते हैं, 'कभी-कभी आपको कुछ चीजें समय से पहले मिल जाती हैं और बाद में आपको एहसास होता है. मैं 23-24 साल का था जब उन्होंने मुझे कप्तान बनाया था. मैं डरा हुआ था क्योंकि मैं सोच रहा था कि मैं इन सीनियर खिलाड़ियों को कैसे संभालूंगा. लेकिन मैं खुश था क्योंकि चयनकर्ताओं को लगा कि मैं कप्तान बनने के काबिल हूं.'