सौरमंडल की आयु 4.6 अरब साल है
सबसे पहले कॉपरनिकस ने बताया था कि पृथ्वी जिसे पूरी दुनिया earth के नाम से जानती है, सौरमंडल का एक ग्रह मात्र है।
सूर्य का चक्कर लगाने के साथ-साथ पृथ्वी अपने अक्ष पर भी घूमती है जिसके कारण दिन रात होते हैं। कॉपरनिकस ने यह भी बताया था कि इस ब्रह्मांड के केंद्र में पृथ्वी है, परंतु वह गलत थे। कॉपरनिकस को खगोल शास्त्र का पिता कहा जाता है, तब से लेकर अब तक खगोल शास्त्रियों ने सौरमंडल और अंतरिक्ष के विषय में हमारे ज्ञान को बढ़ाने का काम किया है।