वास्कोडिगामा गांव साइन्स, पुर्तगाल का रहने वाला था इनका घर नोस्सा सेन्होरा दास सलास के गिरिजाघर के निकट स्थित था वास्कोडिगामा (वास्को द गामा) समुंद्र के रास्ते भारत पहुँचने वाला प्रथम व्यक्ति था। यूरोप से भारत आने का सीधा समुंद्री रास्ता खोजने का श्रेय वास्कोडिगामा को जाता है जिसने लगभग 9 महीने का कठिनाई भरा सफर तय कर भारत तथा यूरोप के समुंद्री मार्ग को खोज निकाला था।
वास्कोडिगामा भारत 20 मई 1498 को पहुँचा था तथा सबसे पहले वह भारत के दक्षिण में स्थित केरल के कालीकट तट पर पहुँचा था। वास्कोडिगामा इस सफर के लिए लिस्बन से 9 जुलाई 1497 को चला तथा 9 महीने पश्चात वह कालीकट तट को खोजने में कामयाब हुआ।