in इतिहास
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ऋग्वैदिककाल में शासन का प्रधान राजा होता था, जबकि उसकी सहायता करने वाला सर्वाधिक महत्वपूर्ण पदाधिकारी होता था ?

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ऋग्वैदिककाल में शासन का प्रधान राजा होता था, जबकि उसकी सहायता करने वाला सर्वाधिक महत्वपूर्ण पदाधिकारी पुरोहित होता है।

  • सबसे महत्वपूर्ण कार्य राजा के बाद पुरोहित का होना प्रतीत होता है।
  • पुरोहित राजा के मुख्य सलाहकार और अस्थायी गुरु (आध्यात्मिक शिक्षक) थे। ऋग्वेद के समय में जिन दो पुजारियों ने प्रमुख भूमिका निभाई, वे वशिष्ठ और विश्वामित्र थे।
  • राजा ने पुरोहिता और अन्य अधिकारियों की सहायता से न्याय दिलाया।
  • पुरोहित का कार्यालय महान सम्मान और प्रतिष्ठा में से एक था। आमतौर पर, यह कार्यालय वंशानुगत था।

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