क्योंकि यह ठोस होते हुए भी द्रवों के कुछ गुणों को प्रदर्शित करता है। इसमें तरल की तरह बहने का गुण होता है। इसका यह गुण पुरानी इमारतों के शीशे में देखा जा सकता है, जो नीचे की तरफ कुछ मोटा होता है। यह तभी संभव है जब यह द्रवों की तरह बहुत धीमी गति से प्रवाहित हो।
- कांच को अतिशीतित द्रव्य इसलिए माना जाता है क्योंकि ठोस होते हुए भी कांच में द्रवों के कुछ गुण होते है।
- दूसरे द्रवों की भांति इस में भी प्रवाहित होने का एक गुण पाया जाता है।
- इसका एक उदाहरण पुराने जमाने की इमारतों मैं लगे कांच में देखा जाता है जो तली से कुछ मोटे होते हैं।
और यह केवल तभी संभव हो पाता है जो भी है अत्यंत धीमी गति से द्रवों की भांति प्रवाहित हो|