यह देखा जा रहा है कि बड़ी संख्या में कैदी हिरासत में हिंसा और यातना के शिकार हुए हैं। जेल अधिकारियों द्वारा अमानवीय व्यवहार के कारण, कैदी हिरासत में ही मर जाते हैं। ऐसी मौतों को हिरासत में मौत कहा जाता है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि हिरासत में मौत कानून के शासन द्वारा शासित सभ्य समाज में सबसे बुरे अपराधों में से एक है।