सम्पन्न व धनी किसानों को संगम साहित्य में वेल्लाम कहा गया है। संगम साहित्य तमिल भाषा में पांचवीं सदी ईसा पूर्व से दूसरी सदी के मध्य लिखा गया साहित्य है। इसकी रचना और संग्रहण पांड्य शासकों द्वारा मदुरै में आयोजित तीन संगम के दौरान हुई। संपूर्ण संगम साहित्य में 473 कवियों की 2381 रचनाएं हैं। इन कवियों में से 102 अनाम कवि हैं।
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