बायो सेवर्ट का नियम
आज के इस टॉपिक में बायो सेवर्ट के नियम के बारे में पड़ेंगे जो किसी कंडक्टर में उत्पन्न होने वाले चुम्बकीय क्षेत्र के बारे में बताता है | इसके लिए हम एक कंडक्टर लेते है तथा उसमे विद्युत धारा ( करंट ) प्रवाहित करते है | अब इसके बाद इस कंडक्टर में होने वाले उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र के बारे में अध्ययन किया जाता है | यही अध्ययन इस नियम के अंतर्गत आता है | तो अब हम इसके बारे में डिटेल में पड़ते है |
इस नियम के अनुसार किसी कंडक्टर से धारा प्रवाहित करने से उसके चारो और उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता उस कंडक्टर से बहने वाली करंट , उस कंडक्टर पर लिए गये अल्पांश तथा कंडक्टर से बिंदु को मिलाने वाली रेखा के कोण के समानुपाती होती है तथा उस कंडक्टर से बिंदु की दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होती है | यही बायो सेवर्ट का नियम होता है
लेकिन इस नियम के बारे में पड़ने से पहले हमें इस बात का पता होना चाहिए की जब भी हम किसी कंडक्टर से होकर करंट प्रवाहित करते है , तो उस कंडक्टर के चारो और चुम्बकीय क्षेत्र ( मैग्नेटिक फील्ड ) उत्पन्न हो जाता है | और यह मैग्नेटिक फील्ड गोलाकार आकृति का होता है |
अब इस मैग्नेटिक फील्ड में इस कंडक्टर पर एक बल भी लगता है जिसे मैग्नेटिक बल कहा जाता है , अब इस मैग्नेटिक फील्ड में किसी एक बिंदु पर मैग्नेटिक फील्ड ज्ञात करके उसकी सहायता से पूरे कंडक्टर का मैग्नेटिक फील्ड निकाला जाता है किसी भी स्थान पर एक बिंदु की कल्पना की जाती है | इस बिंदु पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता निकाली जाती है | इसके लिए कंडक्टर को छोटे – छोटे अल्पांश में बांट दिया जाता है |
अब इस एक छोटे अल्पांश से किसी बिंदु पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता निकाल ली जाती है | और फिर सभी अल्पांश का चुम्बकीय क्षेत्र ( मैग्नेटिक फील्ड ) जोड़ दिया जाता है , जिससे पूरे कंडक्टर का मैग्नेटिक फील्ड ज्ञात किया जा सकता है |
बायो सेवर्ट का नियम के उपयोग
1 . इस नियम का उपयोग करके आण्विक तथा परमाण्विक लेवल के मैग्नेटिक रिएक्शन की भी गणना आसानी के साथ की जा सकती है |
2 . इसका उपयोग वेलोसिटी Encouraged With Vortex लाइन के लिए एयरोडायनामिक थ्योरी के लिए इनका उपयोग किया जाता है |
3 . किसी करंट एलिमेंट के द्वारा मैग्नेटिक फील्ड की गणना के लिए भी इनका उपयोग किया जाता है |
4 . इस नियम का उपयोग करके किसी सर्कुलर Coil , डिस्क , लाइन सेगमेंट आदि के द्वारा मैग्नेटिक फील्ड ज्ञात किया जा सकता है |