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Pratham Singh in Fitter Theory
मशीनों की ओवरहॉलिंग से आप क्या समझते हैं

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Deva yadav

मशीनों की ओवरहॉलिंग 

मशीन को सुगम तथा बिना आवाज के निरंतर क्रियाशील बनाए रखने के लिए निश्चित समय के अनुसार मशीन के सभी अवयवों या पार्टों को खोलकर ओवरहॉलिंग(Overhauling) की जाती है। ओवरहालिंग का अर्थ है, कि किसी मशीन को खोलकर इसकी साफ-सफाई तथा ग्रीसिंग या ऑयलिंग(Freezing or Oiling) करके फिट करना होता है। मशीनों की ओवरहॉलिंग के अंतर्गत निम्न क्रियाएं की जाती हैं-

(1.) खोलना(Dismantling)

इस क्रिया के दौरान उपयुक्त औजारों की सहायता से मशीन के पार्ट्स को खोला जाता है,खोलने के बाद पार्टों को अलग-अलग करके इस तरीके से रखा जाता है।कि बाद में फिटिंग के दौरान कोई गलत पार्ट फिट ना हो जाए,इसलिए इनको वर्गीकृत(Classification) करके रखा जाता है।

(2.) धोना एवं साफ करना(Washing and Cleaning)

इस क्रिया में मशीन के पार्टों को खोलने के बाद सामान्यतया मिट्टी के तेल या डीजल अथवा पेट्रोल की सहायता से धुल कर उनकी अशुद्धियों को दूर कर दिया जाता है। पार्टों को वायु (Air)के प्रयोग से वायुरहित तथा तैलीय अवशेषों से रहित कर लिया जाता है,और फिर साफ कपड़े से इनकी साफ-सफाई की जाती है।

(3.) निरीक्षण करना(Inspecting)

इस क्रिया में पार्टों की साफ-सफाई के बाद उनका निरीक्षण किया जाता है। कि कहीं अवयवों में किसी प्रकार की कोई चिपचिपाहट या अवशिष्ट तो नहीं है। निरीक्षण के पीछे उद्देश्य यह भी होता है, की पार्ट कहीं त्रुटि युक्त(Error rss) या अमानक ना प्रयोग कर लिया जाए।

(4.) तेल लगाना(Oiling)

इस क्रिया में मशीनी पार्टों के निरीक्षण के बाद इसमें आवश्यकतानुसार उचित ग्रेड का तेल लगाया जाता है,ताकि पार्टों की कार्य करने की क्षमता सुचारू रूप से बनी रहे।

(5.)पुनर्संयोजन करना(Re-Assembling)

मशीनी पार्टों की साफ-सफाई एवं तेल युक्त करने के बाद उनको मशीन में यथा स्थान फिट कर देते हैं। ऐसा करते समय विशेष ध्यान रखने की बात यह है, कि मशीनी पार्टों को मशीन में जबरन फिट करने का प्रयास कभी भी नही करना चाहिए।

सावधानियाँ (Precautions)

मशीन की ओवरहॉलिंग एक अत्यंत संवेदनशील कार्य है जिसमें कुछ सावधानियां मुख्य रूप से याद रखनी चाहिए।

  1. मशीन की ओवरहॉलिंग से पहले उसके समस्त पार्टों आकृति (shap) संरचना व कार्यिकी से तथा संबंधित जानकारियों से अवगत होने लें।
  2. मशीनी अवयवों (Parts) को खोलने तथा बांधने संबंधी गतिविधि में उपयुक्त व कार्यक्षम औजारों (Tools) का ही प्रयोग करें।
  3. मशीनी अवयवों को खोलते तथा बांधते समय उनके मार्किंग का अवश्य ध्यान रखें।
  4. मशीन में लगी हुई संयोजन युक्तियों;जैसे- नट- बोल्ट , वॉशर आदि; को खोलकर अलग-अलग प्लेट में रखें।
  5. मशीनी अवयवों के संयोजन(assembly) के दौरान अनावश्यक व ज्यादा जोर से हथौड़े की चोट ना मारें।
  6. मशीन के सभी अवयवों को संयोजित (Assemble) करने के बाद उनका सूक्ष्म निरीक्षण करें।

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