भारत में दूरदर्शन की शुरुआत 15 सितंबर 1959 में दिल्ली में हुई थी। शुरुआत में इसका प्रसारण हफ्ते में सिर्फ तीन दिन आधा-आधा घंटे होता था। पहले इसका नाम 'टेलीविजन इंडिया' दिया गया था बाद में 1975 में इसका हिंदी नामकरण 'दूरदर्शन' नाम से किया गया। इसके बाद समय के साथ इसमें तीव्र प्रगति हुई है। प्रारंभ में टेलीविजन सेवाएं दिल्ली तक सीमित थीं, किंतु 1972 के बाद उसके कई अन्य केंद्र भी प्रारंभ किए गए। 1976 में इसको आकाशवाणी से पृथक् करके दूरदर्शन (डी.डी.) के रूप में पहचान मिली।
इनसैट सैटेलाइट की शुरुआत में इसको अत्यधिक प्रसारित, प्रसारित व प्रचारित किया है। मार्च 1988 में IRS–IA प्रणाली रूस के बैकावूर से आरंभ की गई थी। INSAT प्रणाली की शुरुआत 1983 में की गई थी। आज देश में दरदर्शन के माध्यम से अधिकतर लोगों को कार्यक्रम प्रसारित किए जा रहे है। आज दूरदर्शन के 34 उपग्रह हैं तथा इसका 67 स्टूडियो और 1416 ट्रांसमीटरों वाला विशाल नेटवर्क है, जिसके द्वारा यह देश की 92% जनसंख्या तक अपनी पहुंच बना चुका है।