फाह्यान
फाह्यान एक चीनी यात्री था, जो 399 ई० में बौद्ध धर्म का ज्ञान प्राप्त करने के लिए चीन से रवाना होकर गोवी रेगिस्तान और मध्य एशिया को पार करके भारत पहुँचा। उसने तत्कालीन (गुप्तकालीन) भारतीय समाज के बारे में लिखा है कि समाज कई जातियों में बँटा हुआ था। सभी जातियों के लोग मिल-जुलकर रहते थे। नगरों में अछूतों के वर्गों से लोग घृणा करते थे उन्हें बाकी नगर से दूर जाकर रहना पड़ता था। उच्च जातियों के लोग उनकी ओर देखना भी ठीक नहीं समझते थे। गुप्तकालीन समाज की यह बात सबसे बुरी थी।