पानीपत का तृतीय युद्ध होने के कारण
मराठों ने पहले पंजाब पर हमला करके उस पर अधिकार कर लिया। पंजाब पर उस समय अब्दाली का शासन था। अब्दाली मराठों से नाराज हो गया। इस कारण यह लड़ाई हुई।
इस लड़ाई का परिणाम यह हुआ कि मराठों की हार से उनकी शक्ति क्षीण हो गई। मराठों के पतन से अंग्रेजों को भारत से साम्राज्य स्थापित करने का सुअवसर मिल गया।