पठार
पृथ्वी पर अपेक्षाकृत ऊँचे एवं चौरस स्थलरूप पठार कहलाते हैं। ये पर्वतों की अपेक्षा कम ऊँचे होते हैं परन्तु इनका शिखर छोटे-छोटे उच्चावच को छोड़कर समतल एवं सपाट होता है। पठार के किनारे खड़े ढाल वाले होते हैं। जबकि भूपटल पर समतल किन्तु निचले स्थलरूपों को मैदान कहते हैं। इनका ढाल मन्द होता है तथा छोटे-छोटे उच्चावच को छोड़कर ये समतल एवं सपाट होते हैं।