Welcome to the Hindi Tutor QA. Create an account or login for asking a question and writing an answer.
Pratham Singh in इतिहास
धर्म सुधार में उसने क्या योगदान दिया?

1 Answer

0 votes
Deva yadav

जॉन विकलिफ

पोप के अधिकारों का विरोध 14वीं  शताब्दी से ही प्रारम्भ हो गया था। सर्वप्रथम अंग्रेज पादरी जॉन विकलिफ (1320-1384 ई०) ने रोमन कैथोलिक चर्च के दोषों को जनसाधारण के सम्मुख रखा। वह ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में प्राध्यापक के पद पर कार्य करता था। उसको विद्वानों ने ‘धर्म-सुधार का प्रभात नक्षत्र’ (The Morning Star of Reformation) कहकर गौरव प्रदान किया। उसने ‘बाइबिल’ का अंग्रेजी भाषा में अनुवाद प्रस्तुत किया जिससे इंग्लैण्ड की जनता को ईसा मसीह का धर्म-सन्देश प्राप्त करना सुगम हो गया। विकलिफ एक महान् विचारक एवं सुधारक था। उसका कथन था कि पोप पृथ्वी पर ईसा मसीह का प्रतिनिधि नहीं है वरन् वह एक महान् आत्मा के सिद्धान्तों के विरुद्ध आचरण करता है। मिशनरी में जीवन व्यतीत करना धार्मिक दृष्टिकोण से आवश्यक नहीं है। ईसाइयों को केर्पल “बाइबिल’ के सिद्धान्तों का पालन करना चाहिए और चर्च को सम्राट के अधीन होना चाहिए। इसके अतिरिक्त उसने पादरियों के वासनासिक्त एवं धन-लोलुप जीवन की कटु आलोचना कर पाखण्ड और भ्रष्टाचार में लिप्त धर्म के ठेकेदारों को आवरणरहित किया।

इस लेख को और अधिक विस्तृत होना चाहिए ।

Related questions

Follow Us

Stay updated via social channels

Twitter Facebook Instagram Pinterest LinkedIn
...