नवपाषाण या Neolithic शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम सर जान लुबाक ने अपनी पुस्तक प्री-हिस्टारिक टाइम्स में किया था। माइल्स वर्किट ने नवपाषाण काल की शुरुआत उस समय से मानी है जब मानव ने कृषि कार्य करना, पशुओं का पालन करना, पत्थर के औजारों का घर्षण और उन पर पॉलिश करना तथा मृद्भाण्ड बनाना प्रारम्भ कर दिया था। आधुनिक मान्यताओं के अनुसार नव पाषाण शब्द उस संस्कृति का द्योतक है जब यहाँ के रहने वालों ने अनाज उगाकर तथा पशुओं को पालतू बनाकर भोजन के पर्याप्त साधन जुटा लिए थे। तथा एक स्थान पर रहकर जीवन बिताना शुरू कर दिया था तथा प्रस्तर औजारों को अधिक विकसित कर लिया था।
एक स्थान पर टिककर जीवन बिताने के आधार पर ग्राम समुदायों की शुरुआत हुई। इस प्रकार कृषि प्रौद्योगिकी की भी शुरुआत हुई तथा प्राकतिक साधनों का अधिक दोहन शुरू हुआ।
इस काल की समय सीमा 3500 ईसा पूर्व से 1000 ईसा पूर्व मानी जाती हैं। यूनानी भाषा में "Neo" शब्द का अर्थ होता है-नवीन तथा lithos शब्द का अर्थ होता है- पाषाण। अतः इन्ही शब्दों को मिलाकर Neolithic शब्द बना है जिसका अर्थ है -नवपाषाण। इस काल की सभ्यता भारत के विशाल क्षेत्र में फैली हुई थी।