जलवायु एक विस्तृत एवं व्यापक शब्द है जिससे किसी प्रदेश के दीर्घकालीन मौसम का आभास होता है। इस शब्द की व्युत्पत्ति जल एवं वायु के पारस्परिक सम्मिलन से हुई है जिसका शाब्दिक अर्थ वायुमण्डल के जल एवं वायु प्रारूप से है। यह शब्द वायुमण्डल के संघटन का द्योतक है।
मौसम के प्रमुख तत्वों-वायुदाब, तापमान, आर्द्रता, वर्षा तथा सौर प्रकाश की लम्बी अवधि के औसतीकरण (30 वर्ष या अधिक) को उस स्थान की जलवायु कहते हैं, जो उस स्थान की भौगोलिक स्थिति (अक्षांश एवं ऊँचाई), सौर प्रकाश, ऊष्मा, हवाएँ, वायुराशि, जल थल के आवंटन, पर्वत, महासागरीय धाराओं, निम्न तथा उच्च दाब पट्टियों, अवदाब एवं तूफान द्वारा नियंत्रित होती है।
जलवायु की प्रमुख विशेषताएँ
(1) जलवायु लम्बी कालावधि के औसत मौसम की दशाओं की परिचायक है।
(2) केवल सांख्यिकीय औसत ही नहीं है, अपितु इसके अन्तर्गत दीर्घकालीन अवधि में उत्पन्न वायुमण्डलीय विक्षोभों एवं परिवर्तनों को भी सम्मिलित किया जाता है।
(3) जलवायु एक विस्तृत प्रदेश की वायुमण्डलीय दशाओं का प्रतिनिधित्व करती है।
(4) जलवायु द्वारा पृथ्वी एवं वायुमण्डल में दीर्घकालीन ऊर्जा एवं पदार्थों के विनिमय की प्रक्रिया का आभास होता है।
(5) जलवायु किसी प्रदेश की स्थायी वायुमण्डलीय विशेषताओं का प्रतिनिधित्व करती है।