प्रसिद्ध पारसी त्यौहार ‘नौरोज’ बलवन शासक ने प्रारम्भ किया था। नौरोज़ या नवरोज़ ईरानी नववर्ष का नाम है, जिसे फारसी नया साल भी कहा जाता है और मुख्यतः ईरानियों द्वारा दुनिया भर में मनाया जाता है। इसका शाब्दिक रूप से अर्थ होता है–नया दिन। नवरोज प्रतिवर्ष 21 मार्च को मनाया जाता है। असल में पारसियों का केवल एक पंथ-फासली-ही नववर्ष मानता है, मगर सभी पारसी इस त्योहार में सम्मिलित होकर इसे बड़े उल्लास से मनाते हैं, एक-दूसरे को शुभकामनाएँ देते हैं और अग्नि मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना करते हैं।