अवध का अंतिम नवाब वाजिद आली शाह (Wajid Ali Shah) था। वह अवध के आखिरी नवाब थे और उनका शासनकाल 13 फ़रवरी 1847 से 11 फ़रवरी 1856 तक था। उनके शासनकाल के दौरान ही ब्रिटिश संघर्ष की शुरुआत हुई और 1856 में उन्होंने अपने साम्राज्य को छोड़कर कोलकाता के ब्रिटिश आवास में निवास किया। इसके परिणामस्वरूप, अवध ब्रिटिश शासन के अंडर चल गया और नवाबी प्रणाली का अंत हो गया।
नवाबी प्रणाली:
नवाबी प्रणाली एक प्रकार की भारतीय राजनीतिक प्रणाली थी जो मुग़ल साम्राज्य के द्वारा शुरू की गई थी और इसके अंतर्गत विभिन्न भूमि काबिलों (landed nobility) को नवाब बनाया जाता था। यह प्रणाली अधिकतर मुग़ल सम्राटों के शासनकाल में, विशेषकर अकबर, जहाँगीर, और अवध के नवाब आदि के दौरान प्रयुक्त हुई।
नवाबी प्रणाली के अंतर्गत, नवाब भूमि के स्वामी होते थे और उन्हें विशेष अधिकार और आयातित क्षेत्रों का संचालन करने की छूट मिलती थी। वे आपके अधीनस्थ क्षेत्र के प्रबंध के लिए जिम्मेदार थे और स्वामित्व, कर और उपराज्य के प्रशासन के लिए कायदा रखते थे।
नवाबी प्रणाली भारतीय इतिहास में मुग़ल साम्राज्य के अंत के साथ ही खत्म हो गई, जब ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और फिर ब्रिटिश सरकार ने अपने शासनकाल में नवाबों के प्रशासन को समाप्त किया और भारतीय सुप्रेमसी को तबादला किया।