वारेन हेस्टिंग्स ने 1772 में प्रयोग के तौर पर लगान वसूलने का अधिकार ठेकेदारों को दिया था। वारेन हेस्टिंग् अंग्रेज़ राजनीतिज्ञ था, जो फोर्ट विलियम प्रेसीडेंसी का प्रथम गवर्नर तथा बंगाल की सुप्रीम काउंसिल का अध्यक्ष था। इस तरह 1772 से 1785 ई. तक वह भारत का प्रथम वास्तविक गवर्नर जनरल रहा। 1750 ई. में वारेन हेस्टिंग्स ईस्ट इण्डिया कम्पनी के एक 'क्लर्क' (लिपिक) के रूप में कलकत्ता पहुँचा और कार्यकुशलता के कारण शीघ्र ही वह कासिम बाज़ार का अध्यक्ष बन गया। 1772 ई. में इसे बंगाल का गर्वनर बनाया गया था।