कूकी विद्रोह करने वाली कूकी जनजाति मणिपुर की थी। 1850 ई. में अनेक कूकी सरदारों ने अंग्रेजी प्रभुसत्ता स्वीकार की। बतादें किे औपनिवेशिक काल में अंग्रेजों ने भारत में अपने साम्राज्य विस्तार के क्रम में जमींदारों, कृषकों एवं आदिवासियों को उनकी जमीनों तथा क्षेत्रों से बेदखल किया, जिससे इन समुदायों में ब्रिटिश राज के प्रति तीव्र असन्तोष फैला, जिसके परिणामस्वरूप अंग्रेजी राज्य की स्थापना के साथ ही विद्रोहों की तीव्रता भी बढ़ी।