in इतिहास
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"हम दया की भीख नहीं माँगते, हम तो केवल न्याय चाहते हैं, ब्रिटिश नागरिक के समान अधिकारों का जिक्र नहीं करते, हम स्वशासन चाहते हैं" यह कथन है?

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हम दया की भीख नहीं माँगते, हम तो केवल न्याय चाहते हैं, ब्रिटिश नागरिक के समान अधिकारों का जिक्र नहीं करते, हम स्वशासन चाहते हैं" यह कथन दादाभाई नोरोजी का है। दादाभाई नौरोजी (4 सितम्बर 1825 -- 30 जून 1917) ब्रिटिशकालीन भारत के एक पारसी बुद्धिजीवी, शिक्षाशास्त्री, कपास के व्यापारी तथा आरम्भिक राजनैतिक एवं सामाजिक नेता थे। उन्हें 'भारत का वयोवृद्ध पुरुष' (Grand Old Man of India) कहा जाता है।

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