खेड़ा सत्याग्रह समाप्त हुआ जब गांधीजी को ज्ञात हुआ कि सरकार ने यह आदेश जारी किया है कि लगान की वसूली केवल उन्हीं किसानों से की जाए जो इसे वहन करने में सक्षम हैं। यह आंदोलन गुजरात के खेड़ा गांव के किसानों पर अंग्रेजों द्वारा किए गए आर्थिक अत्याचारों का परिणाम था। 1918 में बाढ़ और अकाल से गांव बुरी तरह प्रभावित हुआ था, जिसके परिणामस्वरूप फसल की पैदावार नष्ट हो गई थी।