आजाद हिन्द फौज के हनबाज खाँ, गुरदयाल सिंह ढिल्लों, प्रेम सहगल नेताओं पर लाल किले में मुकदमा चलाया गया। आजाद हिन्द फौज के अभियोग से तात्पर्य नवम्बर १९४५ से लेकर मई १९४६ तक आजाद हिन्द फौज के अनेकों अधिकारियों पर चले कोर्ट-मार्शल से है। कुल लगभग दस मुकदमे चले। इनमें पहला और सबसे प्रसिद्ध मुकद्दमा दिल्ली के लाल किले में चला