कांगो नदी भूमध्य रेखा को दो बार क्रॉस करती है। इसे पहले मोबुतु सेसे सेको की तानाशाही के दौरान ज़ैरे नदी के नाम से जाना जाता था। यह दुनिया की सबसे गहरी दर्ज की गई नदी है। कांगो प्रणाली की कुल लंबाई लगभग 4,700 किमी है जो इसे दुनिया की 9वीं सबसे लंबी नदी बनाती है।भूमध्य रेखा को दो बार पार करने वाली यह एकमात्र प्रमुख नदी है।