पवनों के प्रवाहित चक्राकार रूप को चक्रवात कहा जाता है। जिसमे अंदर की ओर वायुदाब कम और बाहर की ओर अधिक होता है। दूसरे शब्दों में किसी विशाल क्षेत्र विशेषकर महासागरीय क्षेत्रो में वायुदाब में भिन्नता के कारण वायु के चक्राकार प्रवाहित होना चक्रवात कहलाता है। जिसमे अंदर की ओर वायुदाब कम और बाहर की ओर अधिक होता है।