मानव के शरीर में दो फेफड़े होते हैं। प्रत्येक फेफड़ा लाखों सूक्ष्म कूपिकाओं में विभाजित होता है । वायु की अनुपस्थिति में कूपिका अति अल्प स्थान घेरती है जबकि वायु की उपस्थिति में कूपिका बहुत स्थान घेरती है। यदि इन कूपिकाओं को निकालकर फैला दिया जाए तो वे 80 वर्ग सेमी. क्षेत्रफल में फैल जाएगी। इससे श्वसन क्रिया में सहायता मिलती है।