भविष्य की धातु टाइटेनियम को कहा जाता है | टाइटेनियम एक मजबूत धातु है। इस तत्व का सबसे पहले सन् 1791 में ग्रेटर ने पता लगाया तथा सन् 1795 में क्लापराथ ने इसका नाम टाइटेनियम रखा। इसके मुख्य खनिज इलमिनाइट तथा रुटाइल हैं। यह लोहे जैसी धातु है। इसका आपेक्षिक घनत्व 3.49 से 3.59 तक तथा द्रवणांक लगभग 2,000 सें0 है। यह हवा में स्थायी है, परंतु 1,200 डिग्री सें0 ताप तक गरम करने पर टाइटेनियम ऑक्साइड, (TiO2), बनता है हैलोजन सरलता से इस धातु को आक्रांत करते हैं।