कृषि का विकास सभ्यता का पहला सोपान था, किंतु इस पहली ही सीढ़ी पर सभ्यता ने मनुष्य से भारी कीमत चुकानी पड़ी । अर्थात जब मानव जाति ने कृषि का आविष्कार किया तब से नारी की पराधीनता आरम्भ हो गई। कृषि के आविष्कार के चलते नारी घर में रहने लगी। घर का जीवन सीमित और बाहर का जीवन निस्सीम होता गया एवं छोटी जिन्दगी बड़ी जिन्दगी के अधिकाधिक अधीन होती चली गयी । नारी की पराधीनता का यही इतिहास है।