कुमारिल भट्ट मीमांसा आचार्य थे। कुमारिल भट्ट प्राचीन भारत के एक दार्शनिक और विद्वान थे। मीमांसा या पूर्वमीमांसा दर्शन हिन्दुओं के छः दर्शनों में से एक है जिसमें वेद के यज्ञपरक वचनों की व्याख्या बड़े विचार के साथ की गयी है। इसके प्रणेता जैमिनी हैं। मीमांसा का तत्वसिद्धान्त विलक्षण है । इसकी गणना अनीश्वरवादी दर्शनों में है । किसी विषय पर गहराई से किए गये विचार-विमर्श को मीमांसा कहते हैं (मीमांसनं मींमांसा )। मीमांसा दर्शन में "धर्म क्या है" इस विषय पर मीमांसा की गई है ।