सन्धिविच्छेदयत- यथाऽहम्, वायुञ्च, सद्भिरेव, अपायोऽपि, सहासीत, अत्रैव, सद्धिर्विवादम्, किञ्चिदपि, नासद्भिः, किञ्चिदाचरेत् महदाश्चर्यम्, कूर्मोऽपि, सरस्तीरे, एवोक्तम्, फुल्लोत्पल, कूर्मादीन्, मैवम, नाभिनन्दति।
संधि-विच्छेद-
- यथाऽहम् = यथा + अहम्
- वायुश्च = वायुः + च
- सहासीत् = सह + आसीत्
कोऽपि का संधि विच्छेद
कोऽपि में विसर्ग संधि होती है |
विसर्ग संधि उदाहरण
- अंतः + करण : अन्तकरण
- अंतः + गत : अंतर्गत
- अंतः + ध्यान : अंतर्ध्यान
- अंतः + राष्ट्रीय : अंतर्राष्ट्रीय
व्याख्या :
जब दो शब्द मिलते हैं तो पहले शब्द की अंतिम ध्वनि और दूसरे शब्द की पहली ध्वनि आपस में मिलकर जो परिवर्तन लाती हैं उसे संधि कहते हैं। दूसरे शब्दों में संधि किए गए शब्दों को अलग-अलग करके पहले की तरह करना ही संधि विच्छेद कहलाता है।