संविधानसभा का गठन कैबिनेट मिशन योजनाके अन्तर्गत प्रस्तावित किया गया था।संविधान सभा के कुल 389 सदस्य थे, जिसमें से 292 प्रांतों के प्रतिनिधि, 93 देशी रियासतों के प्रतिनिधि तथा 4 केन्द्र शासित प्रदेश में प्रतिनिधि थे। प्रत्येक प्रांत और सामंती राज्य को उनकी जनसंख्या के अनुपात में सीटें आवंटित की गईं थीं.
ब्रिटिश भारत के अंतर्गत सभी सीटों को मुसलमानों, सिखों और सामान्य लोगो के बीच विभाजित किया गया था.