भारत में सर्वप्रथम उच्चतम न्यायालय की स्थापना रेगुलेटिन अधिनियम, 1773 ई. के अन्तर्गत हुई थी। रेगुलेटिंग एक्ट 1773 में, क्राउन द्वारा एक मुख्य तथा तीन छोटे जजों वाले एक सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना का प्रावधान था। इस सर्वोच्च न्यायालय को साम्य न्याय तथा देश विधि के न्यायालय, नौसेना विधि के न्यायालय तथा धर्मिक न्यायालय के रूप में काम करना था।