पंडित जवाहरलाल नेहरू
1938 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से पंडित जवाहरलाल नेहरू ने घोषणा की कि स्वतंत्र भारत के संविधान का निर्माण वयस्क मताधिकार के आधार पर चुनी गई संविधान सभा द्वारा किया जाएगा और इसमें कोई बाहरी हस्तक्षेप नहीं होगा
नेहरू की नेहरू की मांग अंतता ब्रिटिश सरकार ने सैद्धांतिक रूप से स्वीकार कर लिया इसे सन 1940 के अगस्त प्रस्ताव के नाम से जाना जाता है