राजीव गाँधी के
दल बदल विरोधी कानून राजीव गांधी प्रधानमंत्री के कार्यकाल में हुआ। राजीव गांधी ने भारत के 6वें प्रधान मंत्री के रूप में 1984 से 1989 तक कार्य किया। इसी कार्यकाल के बीच दल-बदल क़ानून 1 मार्च, 1985 में अस्तित्व में आया, ताकि अपनी सुविधा के हिसाब से पार्टी बदल लेने वाले विधायकों और सांसदों पर लगाम लगाई जा सके।