87वें संविधान संशोधन अधिनियम 2003 द्वारा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन का आधार 2026 की जनगणना को निश्चित किया गया
ब्रिटिश सरकार के समय 1872 में वायसराय लॉर्ड मेयो के अधीन पहली बार कराई गयी थी। उसके बाद से भारत में हर 10 वर्षों के अंतराल के पश्चात जनगणना की जाती है। हालाकि भारत की पहली संपूर्ण जनगणना 1881 में हुई। आख़िरी जनगणना वर्ष 2011 में हुई थी और 2021 में अगली जनगणना होनी है।